" My Body My Choice the origin of The #GirlsLockerRoom
" My Body My Choice " the origin of The #GirlsLockerRoom
सोशल मीडिया पर #Boislockerroom ट्रेंड होना चालू हुआ था । जिसके अंतर्गत कुछ नाबालिक लड़को की कुछ आपतिजनल चैट सोशल मीडिया पर प्रकाशित हुई और लोग खुद ही जज बन गए , सोशल मिडिया पर लड़को को कोर्ट से पहले सज़ा देना चालू कर दिया ।
जिसके बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती स्वाति मालीवाल ने संज्ञान लेते हुए , दिल्ली पुलिस को FIR करने के लिए आदेश जारी किया । जिसके बाद Juvenile Laws & Posco Act को नज़रअंदाज़ करते हुए हड़बड़ी में साइबर क्राइम दिल्ली पुलिस ने su-moto सज्ञान लेते हुए कार्यवाही करी , लगभग अब तक कई बच्चो को गिरफ्तार भी कर लिया गया । सब कानूनों को ताक पर रखकर नाबालिकों की पहचान तक साझा कर दी गई ।
सोशल मीडिया पर उन नाबालिक लड़को और उनके परिवार की #DigitalMobLynching चालू हो गई । देखते ही देखते पुरे पुरुष सामाज को कट्घरे में खड़ा कर दिया गया । लोग सभी पुरुषो को कोसना चालू हो गए । नया Hashtag ट्विटर पर साथ ही साथ चालू हो गया #Allmenaretrash । कुछ लोगो ने उन्हें चौराहे पर फांसी / गोली , तक मारने की सलाह तक दे डाली । # Feminist इस बार भी अपने घातक मंसूबो कुछ हद तक कामयाब रही ।
यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कैसे ऐसे वरिष्ठ पद पर बैठी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती स्वाति मालीवाल गैर जिम्मेदाराना तरीके से नाबालिक लड़कों पर दिल्ली पुलिस को कार्यवाही करने के लिए आदेश दे देती हैं । यह भी नहीं सोचती जब व्यस्को को दिल्ली पुलिस के सामने जानें से डर लगता है , तो उन १४- १५ साल के नाबालिक लड़कों का क्या हाल हुआ होगा । इसी #DigitalMobLynching व दिल्ली पुलिस द्वारा कार्यवाही से डर के कारण एक नाबालिक लड़का आत्महत्या कर लेता है । मानवसिंघ सबको इंस्टाग्राम पर बताता रहा , मैने कुछ नहीं किया किसी ने नहीं सुनी । आखिर में #ManavSingh एक नाबालिक लड़का जो इस #GenderBiased दुनिया के हिम्मत हार जाता है और अपने घर की 11 वी मंज़िल से कूद कर मौत को गले लगा लेता है ।
Jitendra Sharma on Twitter :-
Jitendra Sharma on Twitter :-
बिना सबूत के #PublicShaming कितनी ख़तरनाक हो सकती है इस शिकायत को पढ़ कर समझिये। गुरूग्राम में 12वीं के छात्र नें अपने घर की 11वीं मंज़िल से कूद कर जान दे दी क्योंकि एक लड़की नें उसके ख़िलाफ़ #Instagram पर एक पोस्ट लिखी जिसमें #SexualAssault का आरोप लगाया था। #boislockerroom
लगभग 2 दिन बाद , उसी तरह #Girlslockerroom भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा । #Twitter और #Instagram पर कुछ लोगों ने लड़कियों के कुछ ग्रुप्स ग्रुप में की हुई चैट्स के स्क्रीनशॉट्स प्रकाशित करे । उन चैट्स में लड़कियां उसी तरह बातें करती पाई गई , जिस तरह ‘बॉयज़ लॉकर रूम’ में लड़के बात करते पाए गए थे । हालांकि लड़कियों के इन ग्रुप्स का नाम ‘गर्ल्स लॉकर रूम’ नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया पर इसी नाम से इन ग्रुप्स की बातें हो रही हैं ।
इसी चैट में एक लड़की ने, एक लड़के की तस्वीर डाली और कहा, " इस मोटे L xxx का request आया मुझे " , " मोटा काला L xxx " , लगभग कुछ दिन पहले किसी लड़के द्वारा शेयर करी फोटो को कॉपी करके इस ग्रुप में शेयर करते हुए , एक महिला उसपर टिपडी करती है " bringin your sexy back " , उसके बाद ऐसे अनेक कमैंट्स महिलाए करना चालू कर देती है व पुरुषो का यौन शोषण तक करने की उनकी इच्छा जाहिर करने लगती है " Fxxx meeeeeeeeee " , " if they dont reply u just consider them gay " , " Fxxx me you muscular human " , " i wanted to fxxx him the minute he started walking " , " I wanna lick him "
इसी चैट्स के दौरान एक लड़की को पता चला कि ये मैसेज लीक हो रहे हैं , जिसपर वोह पूर्ण घमण्ड के साथ बोलती है " कोई उसकी बात पर विश्वास नहीं करेगा , Dude वैसे भी ये हम्मारी व्यक्तिगत चैट्स है " । लड़कियों के इस चैट्स को जिसने सामने लाया, उसने बताया कि इस ग्रुप की एक मेंबर लड़की ने उसे ये स्क्रीनशॉट्स भेजे थे और बताया था कि इस तरह के और भी कई सारे ग्रुप्स हैं, जहां लड़कों की तस्वीरें डाली जाती हैं, उनके बारे में बातें होती हैं । उनके प्राइवेट पार्ट्स , उनके प्राइवेट पार्ट्स साइज पर बातें होती हैं और भद्दे कमेंट्स किए जाते हैं ।
दिल्ली की एक संस्था मैन वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री अमित लखानी जी ने बतलाया । जिस प्रकार लड़के बॉयज लाकर रूम घटनाक्रम में , आरोपित पाए गए है । महिलाएं उससे ज्यादा संगीन आरोपों में लिप्त है । महिलाए पुरुषों के गुप्तांगों पर चर्चा करने जैसे संगीन अपराध करती आई हैं । महिलाए #PayjamaParty आयोजित करती है , जिसमें पुरुषों के गुप्त अंग को केक पर बनाकर , महिलाओं का जन्मदिन मनाया जाता है ।
हमारा मानना है अपराधियों का कोई धर्म , जाति , लिंग नहीं होता है , अपराधी महिला या पुरुष कोई भी हो सकता है । अफसोस अभी तक दिल्ली पुलिस या किसी भी मंत्रालय ने गर्ल्स लॉकर रूम जैसे अकाउंट चलाने वाली महिलाओं द्वारा किए जा रहे हैं अपराधों पर कोई संज्ञान नहीं लिया है । गर्ल्स लॉकर रूम जैसे अकाउंट और ग्रुप पर अभी तक किसी भी सोशल मीडिया संस्थानों ने कोई कार्यवाही नहीं करी है ना ही उनके अकाउंट्स निरस्त करें है । जबकि दूसरी तरफ इनसे कम संगीन आरोपों में नाबालिक लड़कों को दिल्ली पुलिस निरंतर गिरफ्तार करने में लगी है । इससे यह पता चलता है हिंदुस्तान का पूरा सिस्टम पक्षपाती है । एक बहुत बड़ा सवाल हमारी सरकार पर खड़ा हो रहा है , जब हमारा संविधान में सभी भारतीयों को एक समान माना गया है तो आखिर भेदभाव क्यों ? आखिर क्यो दिल्ली पुलिस गर्ल्स लॉकर रूम जैसे ग्रुपों मैं मौजूद व्यस्क महिलाओं व नाबालिक लड़कियों पर कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं कर रही है ?
इस बात का पुरजोर विरोध करते हुए पूरे भारतवर्ष में सभी पुरुषों के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्थाओं ने पुरजोर आवाज उठाई । दिल्ली की Mens Welfare Trust के अध्यक्ष श्री अमित लखानी जी ने कड़े शब्दों में दिल्ली महिला अध्यक्ष श्रीमती स्वाति मालीवाल का उनके गैरजिम्मेदाराना तरीके से बच्चो पर बने कानूनों को नज़र अंदाज़ किए जाने और नाबालिक लड़को को गिरफ्तार किए जाने पर उनका पुरजोर विरोध किया और उनका स्तीफा माँगा ।
" My body My choice " जैसे नारों का मकसद केवळ हिंदुस्तानी सभ्यता को आजादी के नाम पर नष्ट करना है । देश में धड़ल्ले से ऐसे धारावाहिक व चलचित्र बनाए जा रहे हैं । जो केवल युवाओं का ध्यान अश्लीलता की तरफ धकेल रहे है । हमारा एक ब्लॉग एक धारावाहिक " Four More Shots Please " पर भी प्रकाशित किया था । जिसमें यह बताने की कोशिश करी गई थी , किस प्रकार ऐसे धारावाहिक नारीवादी तर्ज पर बनाए जा रहे है । जिसमें खूब महिलाओं को ऐसे काम करते हुए दर्शाया जा रहा है , जिसे हमारी संस्कृति अपराध मानती है । वहीं अगर ऐसे काम कुछ पुरुष करें तो उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया जाता
अब जरूरी है सरकार ऐसे धारावाहिक और चलचित्र पर रोक लगाएं जो बच्चो की मानसिकता को प्रभावित कर रही है । साथ ही साथ यह समझना भी जरूरी है, महिला एवं बाल कल्याण आयोगों में प्रशिक्षित व काबिल लोगों को अध्यक्ष बनाया जाए । जो बच्चों के अपराधों को Juvenile Law's के अनुसार निपटे में प्रशिक्षित हो । ऐसा नहीं होना चाहिए बगैर बच्चों की काउंसलिंग करें , बगैर उनको सुधरने का मौका दिए , उनको व्यस्क अपराधियों के समान उन्हें अरेस्ट कर लिया जाए । ना ही उनकी पहचान सार्वजनिक करी जानी चाहिए ।
चाहे ब्वॉयज लॉकर रूम हो चाहे गर्ल्स लॉकर रूम हो सबकी जिम्मेदार #Feminist के नारे "My Body My Choice " है ।
#GirlsLockerRoom पर कोई कार्यवाही ना किए जाने से लगता है , जैसे ये एक #GenderWar हैं । जहाँ सिर्फ जेंडर देखकर केवल पुरुषो को निशाना बनाया रहा है ।
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https://www.saveindianfamily.in/ , http://www.menwelfare.in/
https://swarup1972.blogspot.com/
#StopAbuseMen a movement intends to work for Men's welfare and strongly believe in replacing the word Men/Women by Person and Husband/Wife by Spouse in any Government law or policy. #MenToo are Human, they also have Constitutional Right to Live & Liberty with Dignity (#Article21 ) . #Unfairlaw or Policy can not bring Fairness in any Society, it only kills fairness in Justice System and harmony in Society. #SpeakUpMan. Help Line for abused/distressed Men ( SIF - One): +91-8882498498.
Written very well how society played a devil in taking away a young soul #Manav. All including #girlslockeroom #police #ncw #wcd #swatimaliwal
ReplyDeleteFreedom,feminism,equality has given birth to girls locker room.girls objectyfying three genders boys,girls,transgenders.ban porn , smart phones .swatimaliwal ji don't take revenge of feminism with boys.don't hit so law.please stop killing man in boys now.
ReplyDeleteTruth cannot be hidden. Swati Maliwal didn't deserve this authority. She doesn't have sense at all how to deal cases on the ground. She is far away from ground reality.
ReplyDeleteShe must resign immediately!!
महिलाओं के लिए बनाए गए एकतरफा कानूनों का दुरुपयोग हो रहा है और इसमें एनसीडब्ल्यू और डीसीडब्ल्यू और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय पूरी तरीके से जिम्मेदार हैं भारत देश की भारतीय संस्कृति परिवार संरचना शादी व्यवस्था आदि इस नारीवाद के चलते बर्बाद हो रहे हैं आज नारियों के लिए बने कानून और मंत्रालय की तरह पुरुषों के लिए भी पुरुष मंत्रालय बने और पुरुष आयोग पुरूषों की सुनवाई हो सके तथा उनके दुख दर्द के लिए आवश्यक कार्यवाही हो
ReplyDeleteShame shame for Swati maliwal your name should be changed to Swati Malicewal u with DCW and NCW are responsible for suicides of 92k men every year in India for training women for using false cases.
ReplyDeleteVery well written that how they are misusing the law & power. Law maker should take action & convey the role of WCD. They role should not be limited to misuse of law
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