Is that UN_Women Sexist ?
Is that UN_Women Sexist ? संयुक्त राष्ट्र संघ एक ऐसा नाम, जिसे शायद ही कोई नहीं जानता होगा । एक ऐसा नाम व संघ जिसे विश्व एवम् मानवता के लिए व् मानवता की रक्षा के किए बनाया गया था । जो आज भी विश्व की एकता , स्वास्थ , प्राकृतिक आपदा , युद्ध जैसे वक़्त पर एक व्यापक काम करते आ रहे है । हर देश व उनके नागरिकों विशेषतः पुरुषों की मेहनत की कमाई से अर्जित पैसों से संयुक्त राष्ट्र संघ चलता आया है । संयुक्त राष्ट्र संघ के अधीन ऐसे अनेक संघ है, जिन्हें मानवता के कल्याण के लिए बनाया गया है। उनमें से एक है संयुक्त राष्ट्र महिला संघ , जिसका निर्माण जुलाई 2010 में अधिकतर महिलावादी संघटनों की तरह लिंग समानता के लिए हुआ था। COVID 19 एक ऐसी महामारी जिसने पूरे विश्व को झंझोड दिया । ऐसा कोई व्यक्ति नहीं था जो इस बीमारी से प्रभावित ना हुआ हो । ऐसे मुश्किल वक्त में भी एक संस्थान ऐसी था । जो Equality अर्थात लिंग समानता के नारे के साथ बनाया गया था मगर, यह संस्थान भी केवल एक महिला वादी सोच की जननी बनकर रह गया व् समाज में पुरुषों के अधिकारों का दमन करने का काम करने लगा है। हाल ही में